
कृति मंदिर महादेवी राधा की माता का मंदिर है
उत्तर प्रदेश की बरसाना स्थित कृति मंदिर का नाम महादेवी राधा की माता के नाम पर पड़ा है। देवी राधा की माता का नाम कृति था। कृति मंदिर (Kirti Mandir) प्रेम मंदिर के जैसा ही क्योकि यह भी कृपालु महाराज की संस्था के द्वारा ही बनाया गया है। संध्या के समय इस मंदिर की सुंदरता के क्या कहने ! यह मंदिर पूरी तरह से संगमरमर से बनाया गया है। मंदिर का निर्माण इटालियन संगमरमर से किया गया है और इसके गुंबदों पर 22 स्वर्ण कलश लगे हुए हैं। इस मंदिर में राधा और कृष्ण (Radha-Krishna) के जीवन के दृश्यों को दर्शाती हुई अनेक जटिल नक्काशी और भित्ति चित्र भी देखने को मिलते है। कीर्ति मंदिर लगभग 13,200 वर्ग फीट के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस मंदिर में नागर और द्रविड़ दोनों वास्तुकला के डिजाइन वाली शैलियां देखने को मिलती हैं।

कीर्ति मंदिर की परिकल्पना कृपालु जी महाराज ने की थी
कीर्ति मंदिर की परिकल्पना कृपालु जी महाराज ने की थी। इसकी आधारशिला उन्होंने 2006 में रखी थी जबकि मंदिर का उद्घाटन 10 फरवरी 2019 को वसंत पंचमी के दिन हुआ था। मंदिर (Barsana Temple) का प्रबंधन वर्तमान में कृपालु परिषद द्वारा किया जाता है।

कृति मंदिर उसी स्थान पर है जहां महादेवी राधा का जन्म हुआ था
इस मंदिर में प्रेम मंदिर की भांति ही राधा रानी (Radha Rani) की बाल लीलाओ को दिखाया गया है। यह मंदिर उस स्थान पर स्थित है जहाँ महादेवी राधा (Mahadevi Radha) ने अपना बचपन बिताया था। देवी राधा का जन्म भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था। कृति मंदिर बरसाना (Kirti Mandir, Barsana) का विशेष मंदिर है जो देवी राधा और उनकी माँ, कृति को समर्पित है। कृति मंदिर (Kirti Temple) रंगीली महल परिसर में स्थित है।

कीर्ति मंदिर विश्व का इकलौता ऐसा मंदिर है, जहाँ राधा का बाल स्वरुप है
कीर्ति मंदिर विश्व का इकलौता ऐसा मंदिर है, जहाँ महादेवी राधा अपने बाल स्वरुप में अपनी माँ की गोद में बैठी है। अर्थात मंदिर के गर्भगृह में जो मुख्य प्रतिमा बीच में है वह देवी राधा की माता कृति की है जबकि उनकी गोद में छोटी सी नन्ही राधा बैठी हुई दिखती है। मुख्य प्रतिमा के अगल बगल राधा-कृष्ण और सीता-राम की प्रतिमा है जबकि मंदिर के दरवाजे के दोनों ओर देवी राधा की अष्ट सखियां (Asht Sakhiyan) देवी राधा (Devi Radha) को दूर से निहारती हुई दिखती है।

बरसाना कैसे पहुंचे
अब बात है कि बरसाना कैसे पहुंचा जाएं (How To Reach Barsana From Delhi) तो सभी को जानकारी होनी चाहिए कि बरसाना, ब्रज भूमि (Barsana - Braj Bhumi) का ही एक हिस्सा है। बरसाना (Barsana) मथुरा (Mathura)से लगभग 50 किलोमीटर दूर है। मथुरा में एक बड़ा रेलवे स्टेशन है जो राजधानी दिल्ली सहित देश के कई छोटे-बड़े और मंझोले शहरो से सीधे जुड़ा हुआ है।

बरसाना, उत्तर प्रदेश के मथुरा के पास है
इसलिए यहां ट्रेन से आसानी से पहुंचा जा सकता है। सड़क मार्ग से भी यहां पहुंचा जा सकता है क्योकि मथुरा दिल्ली-मथुरा हाइवे पर स्थित है। इसलिए यहां सड़क मार्ग से भी आसानी से पहुंचा जा सकता है। अब बात आती है मथुरा से बरसाना (Mathura To Barsana) कैसे पहुंचे ! तो मथुरा से बरसाना के लिए सड़क मार्ग से कई पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपलब्ध है। प्राइवेट टैक्सी से लेकर सरकारी बस सुविधा भी यहां उपलब्ध है, जिससे देश के किसी भी भाग से आसानी से बरसाना (Barsana, UP) पहुंचा जा सकता है।

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लेखन :
राजीव सिन्हा
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जवाब देंहटाएंजय माँ दुर्गा 🙏🙏 जय माँ काली 🙏🙏 जय श्री राधा रानी 🙏
हटाएंराधे राधे
जवाब देंहटाएंजय श्री राधा रानी 🙏
हटाएंJai Radhe Ma Jai Ma Durga Jai Ma Kaali🙏🏻🙏🏻🙏🏻
जवाब देंहटाएंजय माँ दुर्गा 🙏🙏 जय माँ काली 🙏🙏 जय श्री राधा रानी 🙏
हटाएंजय श्री राधे 🙏🏻🙏🏻
जवाब देंहटाएंजय माँ दुर्गा 🙏🙏 जय माँ काली 🙏🙏 जय श्री राधा रानी 🙏
हटाएंJai radhe krishna 🙏🏻🙏🏻
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